नजरिये की शक्ति (Power of Attitude):
आज मैं अपने इस लेख के जरिये आपको जिस शक्ति से अवगत करने का प्रयास करूँगा वह
शक्ति हैं नजरिया| किसी भी व्यक्ति के सफल या असफल होने में नजरिये की शक्ति को नजर
अंदाज़ नहीं किया जा सकता| हमारे आसपास के वातावरण में चारों और हम किसी भी व्यक्ति
विशेष या वस्तु विशेष को जिस भी नजरियें से देखते हैं वह व्यक्ति या वस्तु हमें
उसी प्रकार से दिखाई देती हैं| अगर हमने किसी व्यक्ति के बारे में गलत धारणा बना
ली तो जीवन भर उस व्यक्ति की वही छवि हमारे दिमाग में बैठ जाती हैं| और जो लाख बार
चाहने पर भी बदल नहीं सकती हैं| हम फिल्मो
में अक्सर किसी अभिनेता या अभिनेत्री को खलनायक की भूमिका में देखते हैं तो उस
अभिनेता या अभिनेत्री के बारे में हमारी धरना एक खलनायक के रूप में ही बन जाती हैं
| अब यदि वही अभिनेता या अभिनेत्री किसी अन्य फिल्म में नायक या नायिका की भूमिका
में भी आये तो हम उसे फिल्म के अंत तक खलनायक ही सोचते रहते हैं|
हमारा नजरिया ही हमें सफल बनाने में मदद करता हैं| यदि सफलता के पथ पर चलते
समय हमारे सामने कोई भी समस्या आ जाए तो हमारा नजरिया ही हमें उस समस्या को
सुलझाने में मददगार हैं| किसी भी मनुष्य के सफल होने में उसके उस समय के नजरिये का
बहुत बड़ा हाथ होता हैं| ये आप पर निर्भर करता हैं कि आप गिलास को आधा खाली
समझे या गिलास को आधा भरा|
नजरिया और हमारा व्यक्तित्व
हमारा संपूर्ण व्यक्तित्व
हमारे नजरिये पर ही निर्भर करता हैं| हम अपने आपको जैसा सोचते हैं वैसे ही बन जाते
हैं अगर आप सोचते हैं की आप किसी कार्य को सुचारू रूप से कर सकते हैं तो आप उस
कार्य को किसी भी हालत में तमाम मुश्किलें आने के बावजूद भी कर लेंगे और अगर आपने
किसी आसान से कार्य को करते समय अपने मन में यह धारणा बना ली की आप इस कार्य को
करने में बिलकुल भी सक्षम नहीं हैं तो आप कितनी भी कोशिश करते रहें आप उस कार्य को
पूर्ण नहीं कर पाएंगे | अगर किसी दिन हम अपने को थका हुआ महसूस करते हैं तो हम
पूरे दिन एक थके हुए व्यक्ति की तरह ही बर्ताव करेंगे| और आलस्य की अधिकता में हर
वक़्त नींद का आना महसूस करेंगे|
सही नजरिया आपके लिए क्या कर सकता हैं
अगर व्यक्ति किसी भी समस्या को सामने आने पर सही नजरिये से देखे तो वह अपनी समस्या में भी अवसर की तलाश करेंगा| और उस अवसर को भुनाने का यथा संभव प्रयास करेंगा| आइये जानते हैं की अपने नजरिये को बदल कर आप अपने जीवन को कैसे बदल सकते हैं|
नजरिया बदलने से समस्याओं में भी अवसर
अगर आपके समक्ष कोई भी बड़ी या छोटी समस्या आ जाए तो आप अपने सही नजरिये से उस समस्या के पार खड़े बड़े अवसर को देख सकते हैं| इस बात को हम इस उदाहरण से समझ सकते हैं कि सुबह जल्दी जागना अक्सर सभी लोगो की एक समस्या हैं| सुबह जल्दी उठने का किसी भी व्यक्ति का मन नहीं करता हैं और इसी वजह से सभी व्यक्ति सिर्फ सुबह जल्दी जागने के बारे में सोचते भर है पर कभी जाग नहीं पाते हैं| पर यदि सुबह जल्दी जागने के बारे में आप अपना नजरिया बदले और सुबह जल्दी उठने पर मिलने वाले उन अपार अवसरों की तलाश करे तो सुबह उठाना आपके लिए कोई समस्या नहीं रह जाएगी और आप आसानी से सुबह सवेरे जल्दी उठ पाएंगे| सुबह सवेरे जल्दी उठने के अवसर में आप का नजरिया ये हो सकता हैं की इस दुनिया के सभी सफल व्यक्ति सुबह जल्दी जागते थे तो अगर आप भी जीवन में सफल होना चाहते हैं तो सुबह जल्दी उठाना ही चाहियें और ऐसा कौन व्यक्ति होगा जो अपने जीवन में सफल नहीं होना चाहता है और भी बहुत से अवसर आप तलाश सकते हैं जैसे सुबह जल्दी जागने से आप अपना मनपसंद भजन या गीत सुन सकते हैं| व्यायाम या योग कर सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को ठीक रख सकते हैं | ऐसे अनगिनत कारण हैं जिनकी वजह से आप सभी सुबह उठाना पसंद करने लगेंगे | और मेरा विश्वास हैं आपने भी इस लेख को पढ़ते-पढ़ते ही अपना सुबह जल्दी जागने का कारण ढूँढ ही लिया होगा|
नजरिया की शक्ति से आलस्य भगाए
नजरिये को बदल कर आप अपने आलस्य पर भी विजय पा सकते हैं| क्योंकि आलस्य भी
मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है| आप और हम सभी जानते हैं कि कोई भी आलसी व्यक्ति कभी
भी उसके जीवन में सफल नहीं हुआ हैं | तो आज हम जानते हैं कि सही नजरिये की मदद से
कैसे आलस्य नमक शत्रु को अपने जीवन से मार भगाए|
जब भी हमें किसी भी कार्य को पूर्ण करते समय आलस्य आये और हम उस कार्य को न
करें तो तुरंत ही हमें अपने मन में उस कार्य से मिलने वाले सुखद परिणाम के बारे
में सोचना हैं| और एक परिणाम नहीं एक से अधिक सुखद परिणामों की कल्पना मात्र करनी
हैं | जैसे ही उन सुखद परिणामों के बारे में सोचने मात्र से ही हमारे तन-मन में एक
उत्साह की लहर सी दोड़ पड़ेगी और हमारा आलस्य छूमंतर हो जायेगा|
नजरिया की शक्ति से स्वस्थ रहें
अगर आप अपने आपको अस्वस्थ महसूस भी करें और कुछ भी ठीक न लगे तो आप अपने को
सही नजरिये के मदद से अपने आपको को पूर्णत: स्वस्थ भी कर सकते हैं | बस आपको अपने
अंतर्मन में अपने आपको बीमार नहीं समझना हैं सिर्फ यह सोचना हैं कि मुझे कोई भी
बीमारी नहीं हैं और में बिलकुल ठीक हूँ इस सकारात्मक नजरियें से आप पूर्ण चंगाई
अर्थात अच्छे हो सकते हो| और गंभीर से गंभीर बीमारी से भी लड़ने के लिए सक्षम हो
सकते हैं |
नजरिये की शक्ति से कठिन परिश्रम करना सीखे
जिस प्रकार हमने सही नजरियें के माध्यम से आलस्य पर विजय पाई उसी प्रकार हम
नजरिये को बदल कर कठिन परिश्रम करना सीख सकते हैं| हमेशा कार्यो के कठिनाई वाले
पहलु न देखकर यदि हम उस लक्ष्य या परिणाम को देखे तो उसे पाने के लिए हम जीतोड़
मेहनत करते रहेंगे| हमें सिर्फ मछली की आँख देखनी हैं पुरी मछली या मछली के आस-पास
क्या चीज़े हैं हमारा उससे क्या काम|
नजरिया कैसे बदले
ऊपर के लेख को पढ़ते-पढ़ते आप इस बात से अवगत हो गए होंगे की नजरियें को बदलना
कोई बड़ी बात नहीं सिर्फ आपको अपने विचारों को बदलना हैं| बुरे विचारों का त्याग
करना हैं और अच्छे विचारों से अपने मन-मस्तिष्क को सींचना हैं |
चीजों को किस नजरिये से देखें
अपने आस पास आने वाली सभी चीजों को सकारात्मक रूप से देखें| क्योंकि हर सिक्के
के दो पहलु होते हैं| हमें बुराई में भी अच्छाई खोजनी हैं| और इन सभी अच्छाईयों को
अपने जीवन में उतारना हैं|
आपका नजरिया बदले आपकी दुनिया
अब हम नजरियें की शक्ति उसके महत्व को पहचान गए हैं| इससे मिलने वाले अभूतपूर्व
लाभ को हम समझ चुके हैं| आओ आज से ही हम प्रण ले की हम अपने जीवन के सभी मोड़ पर सही
नजरिये की शक्ति का प्रयोग कर अपने जीवन को सफल बनाये|
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