असफलता(Failure) की शक्ति
Failure |
आप शायद यह सोच रहे होंगे
कि कहीं ऊपर लिखा यह शीर्षक गलती से तो नहीं लिखा गया हैं| यहाँ पर असफलता की जगह सफलता लिखा होना
चाहिए था| कहीं असफलता में भी कोई शक्ति हो सकती
हैं| असफल व्यक्ति से तो कोई भी आदमी बात तक करना पसंद नहीं करता हैं| उसकी संगत
में कोई भी नहीं रहना चाहता हैं| सफलता के बारे में तो सभी वाकिफ हैं लेकिन इस असफलता के बारे में चर्चा क्यों|
क्या असफलता भी महतवपूर्ण हो सकती हैं|
हाँ, असफलता में भी बहुत शक्ति होती
हैं| इस दुनिया में हर व्यक्ति सफल होने से पहले कई बार असफल हुआ हैं| सभी महान
व्यक्तियों ने दीर्धकाल तक असफलता को सहन किया और जब इस असफलता की शक्ति की मदद से वह सफल
हुए तो उन्हें दुनिया-जहान में पहचाना गया| उनकी चारों और जय-जयकार हुई और लोगो ने
उनकी कद्र की|
असफलता की शक्ति को समझने की लिए यहाँ मै अमेरिकी इतिहास के एक ऐसे शख्स के जीवन पर रोशनी डालने का प्रयास करते हैं
जिसने तमाम मुश्किलों के बावजूद, बार-बार असफल होने के बावजूद हिम्मत का साथ नहीं
छोड़ा और अमेरिका के सर्वोच्च पद पर आसीन हो गए| उस शख्स का नाम अब्राहिम लिंकन(Abraham Lincoln) हैं | अब्राहिम लिंकन(Abraham Lincoln) को 1816 में उनके परिवार
ने घर से निकल दिया था इसीलिए उन्हें बहुत छोटी सी उम्र में ही अपने जीवन यापन के
लिए छोटी-छोटी नौकरी करनी पड़ी| 1818 में उनकी माँ की मृत्यु हो गयी थी| 1831 में
उनका व्यवसाय पूर्ण रूप से समाप्त हो गया था| इसके बाद 1832 में अब्राहिम लिंकन(Abraham Lincoln) राज्य स्तर के चुनाव में
खड़े हो गए| जहाँ उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा| चुनाव में हार के बाद विधि(Law) कॉलेज में दाखिला नहीं मिला| और वहां से भी
निराशा ही हाथ लगी| एक साल बाद 1833 में अपने एक करीबी दोस्त से पैसा लेकर नया व्यवसाय शुरू किया| लेकिन साल के अंत तक
यह व्यवसाय भी नहीं चला और 17 साल का एक लम्बा समय, अपने दोस्त से लिया गया पैसा
वापिस करने में लगा| लेकिन इन सभी असफलताओ के बाद भी अब्राहिम
लिंकन(Abraham Lincoln) नहीं टूटे और 1834 में पुन: राज्य के चुनाव में खड़े हो गए और वहां से भी असफलता ही हाथ लगी| 1835 में विवाह
बंधन में बंध गए लेकिन विवाह को अभी एक साल भी नहीं हुआ था और उनकी पत्नी की
मृत्यु हो गयी| इस सदमे से 1836 में उन्हें लकवा मार गया और 6 महीने बिस्तर पर बिताने
पड़े| 1838 में राज्य
सभा में स्पीकर बनने के लिए आवेदन किया परन्तु सफलता नहीं मिली| इसके बाद 1840 में इलेक्टर
बनने के लिए प्रयास किया और वहां भी हार का सामना करना पड़ा|
1843 में
कांग्रेस के लिए प्रयास किया और फिर हार
हुई| लेकिन इस हार के बावजूद 1846 में कांग्रेस के लिए फिर से प्रयास किया और इस बार
जीत मिली, क्योंकि यह जीत कई असफलता के बाद मिली थी
इसीलिए अब्राहिम लिंकन(Abraham Lincoln) ने इस जीत के
महत्तव को समझा और ‘वाशिंगटन’ में जाकर अच्छा काम
किया| 1856 में उप राष्ट्रपति पद के लिए नामांकित किये गए लेकिन इस बार सौ से
भी कम वोट मिले और एक बार फिर असफलता का सामना करना
पड़ा| 1858 में पुन:
अमेरिका सीनेट के चुनाव में खड़े हुए और हार गए| इस हार को भी अब्राहिम लिंकन(Abraham Lincoln) ने असफलता नही समझा बल्कि अपने
लक्ष्य की ओर बढ़ा हुआ एक और कदम समझा| और वह लक्ष्य था अमेरिका का सबसे उच्च पद,
देश का राष्ट्रपति बनने का| 1860 में अब्राहिम लिंकन(Abraham Lincoln) अमेरिका के राष्ट्रपति
चुने गए और हमेशा के लिए अमर हो गए| इस विजय गाथा को, इस गौरव गाथा में हम असफलता की शक्ति का
सजीव दर्शन करते हैं| एक अब्राहिम लिंकन(Abraham
Lincoln) ही नहीं ऐसे हजारों सफल व्यक्ति हुए हैं जिन्होंने असफलता में भी अदभुत
शक्ति के दर्शन किये और असफलता की सीढ़ी पर चढ़कर
सफलता के शिखर को छु लिया|
असफलता(Failure) में छुपे कीमती राज
असफलता(Failure) से अनुभव
जब आप किसी भी कार्य को
करते हैं और उसमे असफल हो जाते हैं तो यह उस कार्य को करने में आपकी असफलता नहीं होती हैं क्योंकि उस
कार्य को करते समय आपको कुछ न कुछ अनुभव जरूर प्राप्त होता हैं|
असफलता(Failure) सिखाती हैं
अगर आपको शीघ्र ही सफलता
मिल जाए तो यह सफलता आपको पथ भ्रष्ट कर सकती हैं और हो सकता हैं कि आप इस सफलता से
घमंडी न हो जाए| वह असफलता ही तो हैं जो आपको सफलता
के सही मोल की पहचान कराती हैं| कई असफलताओ के बाद मिली सफलता को आप
सहेज कर रखते हैं| असफलता तो एक गुरु की तरह हैं जो
समय-समय पर आपका पथ-प्रदर्शन करती हैं|
आप असफल हुए बिना सफल नहीं
हो सकते
बिना असफल हुए कोई भी सफल
नहीं हो सकता हैं| कार्यो को सही ढंग से करने का कौशल प्रथम प्रयास में नहीं आता
हैं| इसके लिये निरंतर अभ्यास कर असफलता को अपना साथी बनाकर अपनी
सफलता का मार्ग प्रशस्त करना होता हैं|
असफलता(Failure) आत्मविश्वास की जनक
असफलता आत्मविश्वास की जनक हैं|
किसी कार्य को करते समय शुरुआत में मिली असफलता आपके आत्मविश्वास को बढ़ा
देती हैं और कार्य को करने के लिए प्रेरित करती हैं|
बड़ा सोचने को प्रेरित
असफलता(Failure) के माध्यम से हम बड़ा सोचने
को मजबूर हो जाते हैं| और यह बड़ी सोच जादू की तरह काम करती हैं और हमें सफल होने
का रास्ता दिखा देती हैं| क्योंकि जब कोई भी व्यक्ति असफल होता हैं तो वह यह सोचता
हैं कि उसकी असफलता(Failure) का कारण क्या हैं| वह आखिर
क्यों असफल हुआ| वह उसका कारण खोज लेता है और नयी ऊर्जा के साथ, पुरानी गलतियों को
न दोहराते हुए अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए जुट जाता हैं|
धैर्य रखना सिखाती हैं
असफलता आपको धीरज रखना सिखाती
हैं| क्योंकि जब आप असफलता के दौर में हैं और सफलता
दूर-दूर तक भी दिखाई नहीं देती हैं इस परिस्थिति में आप पूर्ण विश्वास के साथ बस
मेहनत करते रहते हैं और धैर्यशील बन सफल होने का इंतजार करते हैं|
सफलता की सीढ़ी
हम असफलता को सफल होने, लक्ष्य तक पहुँचने
की एक सीढ़ी की तरह मान सकते हैं| अगर मन में विश्वास और सच्ची लगन हैं तो दुनिया
की कोई भी ताकत आप को सफल होने से नहीं रोक सकती हैं| इसीलिए अगली बार जीवन में
यदि आप कभी भी किसी कार्य को करने में असफल हो जाए तो घबराने या मायूस होने की
जरूरत नहीं| बस यह समझ लीजिये कि आप सही दिशा में हैं हर असफलता के बाद आप कुछ न कुछ सीख
तो रहे हैं | आपके ज्ञान कोष में कुछ न कुछ वृद्धि तो हो रही है| और सीखने का दूसरा
नाम ही तो जिंदगी हैं| तो कमर कस लीजिये असफलता आपका दाहिना हाथ पकड़कर
आपको सफलता की ओर ले जा रही हैं|
Famous Failure Quote
of Thomas A. Edison
“I have not
failed. I have just found 10,000 ways that will
not work”
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